प्रथम विश्वयुद्ध के बाद ब्रिटेन को आर्थिक संकट झेलना पड़ा। इस आर्थिक संकट के निम्नलिखित कारण थे-
जिस समय ब्रिटेन युद्ध में व्यस्त था, उसी समय भारत और जापान में उद्योग विकसित होने लगे थे। अतः युद्ध के पश्चात् ब्रिटेन के लिए भारतीय बाजार में पहले वाली स्थिति प्राप्त करना बहुत कठिन हो गया था।
अब जापान भी इंग्लैण्ड का प्रतिद्वन्द्वी हो गया था।
युद्ध समाप्त होने तक ब्रिटेन भारी विदेशी ऋणों से दब चुका था।
युद्ध के बाद ब्रिटिश सरकार ने युद्ध-सम्बन्धी खर्चे में भी कटौती शुरू कर दी थी, इससे रोजगार के अवसरों में भारी कमी हो गई।