जब सरकारी अपने द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों को गैर-सरकारी संस्थाओं के सहयोग से लोगों को पहुंचाने का कार्य करती है अथवा लोग स्वयं अपने प्रयास से ऐसे सेवाओं के सजन से लाभान्वित होते हैं तो उसे गैर-सरकारी सेवा के अन्तर्गत रखते हैं। इसके अन्तर्गत ब्यूटी पार्लर, दूरसंचार सेवाएँ, बैंकिंग सेवाएँ, स्वरोजगार सेवाएँ, बस सेवा, विमान सेवा इत्यादि हैं। इन गैर-सरकारी सेवा क्षेत्र से अधिकतम रोजगार का सजन होता है जिससे सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोत्तरी होती है। गैर-सरकारी सेवा के स्तर में सुधार होता है।
भारत की बढ़ती हुई जनसैलाब की दिन प्रतिदिन आवश्यकता असीमित होती जा रही है। इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अर्थव्यवस्था में विभिन्न प्रकार के उद्योगों का विस्तार हो रहा है। नए-नए कवल कारखाने खोले जा रहे हैं। गैर-सरकारी के अन्तर्गत विभिन्न रोजगार के अवसर होने से सेवा क्षेत्र में बढ़ोतरी हो रही है। लोग सेवा क्षेत्र में जाने को उद्धत हो रहे हैं क्योंकि पराश्रिमिक गैर-सरकारी संस्था द्वारा ज्यादा दिया जा रहा है जिससे लोगों की रुचि गैर-सरकारी संस्था की तरफ बढ़ रही है। गैर-सरकारी संस्था सेवा क्षेत्र के विस्तार को महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करती है।