जोड़ का प्रकार | उदाहरण |
(a) उपास्थि युक्त जोड़ | फ्रंटल और पैराइटल के बीच |
(b) धुराग्र ( पाइवट) जोड़ | तीसरे और चौथे ग्रीवा कशेरूकल्पों के बीच |
(c) कब्जा ( हीन्ज) जोड़ | ह्मूमरस और अंस मेखला के बीच |
(d) विसर्पी (ग्लाइडिंग) जोड़ | कार्पल्स के बीच |
विशेषताएँ | उदाहरण |
(a) दो संधियों के बीच भरा | कोरोटि की |
तरल, जो गद्दी-जैसी संरचना | अस्थियाँ |
उपलब्ध कराता है | |
(b) दो अस्थियों के बीच तरल | ऐटस और ऐक्सिस |
से भरी हुई श्लेषमल गुहा | के बीच संधि |
(c) दो अस्थियों के बीच लसीका | कार्पलों के बीच |
से भरी गुहा, सीमित गति | विसर्पी संधि |
(d) दो अस्थियों के बीच तरल | घुटने की संधि |
उपास्थित, सीमित गति |
कंकालीय भागों के जोड़े | श्रेणी | |
a | स्टर्नम | अक्षीय कंकाल |
b | क्लैविकल तथा ग्लीनॉइड | श्रेणी मेखाला |
c | ह्यूमरस तथा अल्ना | उपांगी कंकाल |
d | मैलियस तथा स्टेपीज | कर्णास्थियाँ |
संरचनाऐं | विवरण | ||
(a) | अग्रचर्णक तथा चर्वणक | - | कुल संख्या 20 तथा 3-जड़ वाले |
(b) | टिबिया तथा फ्रिबुला | - | दोनों ही घुटना संधि के अंश |
(c) | कार्टिलेज तथा | - | रक्त सप्लाई नहीं परंतु श्वसन आवश्यकता के लिए उन्हें ऑक्सीजन अवश्य चाहिए |
(d) | कंधा संधि तथा कोहनी संधि | - | कंदुक खल्लिका प्रकार की संधि |
संरचना | स्थान | कार्य |
(a) अंध बिंदु | उस स्थान के समीप जहाँ दृष्टि तंत्रिका आंख से बाहर आती है। | शलाकाएं एवं परन्तु यहाँ पर निष्क्रिय हैं। |
(b) यूस्टेशियन नलिका | भीतरी कान का अग्र भाग | कर्णपटह झिल्ली के दोनों ओर वायु दाब को समान बनाये रखना |
(c) अनुमस्तिष्क | मध्य मस्तिष्क | श्वसन तथा आमाशयी स्रावों का नियंत्रण |
(d) हाइपोथैलेमस | अग्र मस्तिष्क | शरीर के तापमान तथा खाने-पीने की उत्तेजना का नियंत्रण |
शालाका कोशिकाएं | शंकु कोशिकाएं | |
(a) दृष्टि प्रखरता | उच्च | निम्न |
(b) भीतर | आयोडॉप्सि | रोडॉप्सिन विद्यमान दृष्टि |
(c) कुल मिलाकर प्रकार्य | मंद प्रकाश में दृष्टि | दीप्त प्रकाश में रंग दृष्टि एवं विस्तृत दृष्टि |
(d) वितरण | रेटिना के केंद्र में अधिक संकेंद्रित | सम्पूर्ण रेटिना में समान वितरण |