एक $3 \ cm, 4 \ cm$ और $5 \ cm$ किनारों वाले धातु के तीन ठोस घनों को पिघलाकर एक अकेला घन बनाया गया है। इस प्रकार बने घन का किनारा ज्ञात कीजिए।
Exercise-12.3-1
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माना कि बने नए घन के किनारे की लंबाई $x$ सेमी है।
फिर, नए घन का आयतन $=$ तीन धात्विक घनों के आयतनों का योग
$\Rightarrow x^3 = 3^2 + 4^3 + 5^3$
$\Rightarrow x^3 = 27 + 64 + 125$
$\Rightarrow x^3 = 216$
$\Rightarrow x^3 = 6^3$
$\Rightarrow x = 6$
अतः नए घन के एक किनारे की लंबाई $6$ सेमी है।
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किसी धातु के तीन घनों, जिनके किनारे $3:4:5$ के अनुपात में हैं, को पिघलाकर एक अकेले घन के रूप में बदला जाता है, जिसका विकर्ण $12\sqrt{3}\ cm$ है। तीनों घनों के किनारे ज्ञात कीजिए।
दो ठोस शंकुओं को एक बेलनाकार नली में आकृति में दर्शाए अनुसार रखा जाता है। इनकी धारिताओं का अनुपात $2:1$ है। इन शंकुओं की ऊँचाइयाँ और धारिताएँ ज्ञात कीजिए। बेलन के शेष भाग का आयतन भी ज्ञात कीजिए।
एक 4 cm त्रिज्या वाले शंकु को उसके अक्ष के मध्य-बिंदु से होकर आधार के समांतर समतल द्वारा दो भागों में विभाजित किया गया है। दोनों भागों के आयतनों की तुलना कीजिए।
आधार व्यास $1.5 \ cm$ और ऊँचाई $0.2 \ cm$ वाली धातु की वृत्ताकार चकतियों की संख्या ज्ञात कीजिए जिनको पिघलाकर $10 \ cm$ ऊँचाई और $4.5 \ cm$ व्यास का एक ठोस लंब वृत्तीय बेलन बनाया जा सके।
त्रिज्या $8 \ cm$ और ऊँचाई $12 \ cm$ वाले एक शंकु को उसकी अक्ष के मध्य$-$बिंदु से होकर जाने वाले और आधार के समांतर तल द्वारा दो भागों में विभाजित किया जाता है। दोनों भागों के आयतनों का अनुपात ज्ञात कीजिए।
एक $10.5 \ cm$ त्रिज्या वाले ठोस धातु के गोले को पिघलाकर उसे अनेक छोटे शंकुओं के रूप में ढाला जाता है, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या $3.5 \ cm$ और ऊँचाई $3 \ cm$ है। इस प्रकार बनाये गये शंकुओं की संख्या ज्ञात कीजिए।
कोई बाल्टी एक शंकु के छिन्नक के आकार की है और इसमें $28.490$ लीटर पानी आ सकता है। इसके ऊपरी और निचले सिरों की त्रिज्याएँ क्रमशः $28 \ cm$ और $21 \ cm$ हैं। इस बाल्टी की ऊँचाई ज्ञात कीजिए।