एक $32 \ cm$ ऊँचाई और $18 \ cm$ आधार त्रिज्या वाली बेलनाकार बाल्टी रेत से भरी हुई है। इस बाल्टी को भूमि पर खाली कर लिया जाता है जिससे रेत की शंकु के आकार की एक ढेरी बनायी जाती है। यदि शंकु के आकार की इस ढेरी की ऊँचाई $24 \ cm$ है, तो इस ढेरी की त्रिज्या और तिर्यक ऊँचाई ज्ञात कीजिए।
Exercise-12.4-13
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बेलनाकार बाल्टी के लिए आधार की त्रिज्या $(r) = 18 \ cm$
ऊँचाई$ (h) = 32 \ cm$
$\therefore$ आयतन $= \pi r^{2}h = \pi(18)^{2}(32)$
$= 10368 \pi \ cm^3$
शंक्वाकार ढेर के लिए ऊँचाई $(H) = 24 \ cm$
माना त्रिज्या $R$ हो
तो आयतन $= \frac{1}{3} \pi R^{2}H = \frac{1}{3} \pi R^{2}(24)$
$= 8\pi \text{R}^{2} \ cm^3$
प्रश्न के अनुसार,
$8\pi \text{R}^{2} = 10368 \pi$
$\Rightarrow 8R^{2 }= 10368 \Rightarrow R^{2 }= \frac{10368}{8}$
$\Rightarrow R^{2 }= 1296 R = \sqrt{1296} \Rightarrow R = 36$
अत: ढेर की त्रिज्या $36 \ cm$ है,
फिर से तिरछी ऊँचाई $(L) = \sqrt{R^{2}+H^{2}}$
$= \sqrt{(36)^{2}+(24)^{2}}=\sqrt{1296+576}$
$= \sqrt{1872}=\sqrt{12 \times 12 \times 13}=12 \sqrt{13}$
अत: ढेर की तिर्यक ऊँचाई है $12\sqrt{13} \ cm$
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एक भवन इस आकार का है जैसे कि एक बेलन के ऊपर अर्धगोलाकार गुंबज बनी हो $($देखिए आकृति$)$। गुंबज के आधार का व्यास भवन की संपूर्ण ऊँचाई का $\frac{2}{3}$ है। इस भवन की ऊँचाई ज्ञात कीजिए, यदि इसके अंदर $67\frac{1}{21} m^3$ वायु है।
एक $16 \ cm$ ऊँचाई वाला दूध का बर्तन एक धातु की चादर से शंकु के एक छिन्नक के आकार का बना हुआ है। इसके निचले और ऊपरी सिरों की त्रिज्याएँ क्रमशः $8 \ cm$ और $20 \ cm$ हैं। इस बर्तन में जितना दूध आ सकता है, उसकी $₹ 22$ प्रति लीटर की दर से लागत ज्ञात कीजिए।
एक रॉकेट का आकार एक लंब वृत्तीय बेलन के रूप का है जिसका निचला सिरा बंद है। इसके ऊपर बेलन की आधार त्रिज्या के बराबर आधार त्रिज्या वाला का एक शंकु रखा हुआ है। बेलन के व्यास और ऊँचाई क्रमशः $6 \ cm$ और $12 \ cm$ हैं। यदि शंक्वाकार भाग की तिर्यक ऊँचाई $5 \ cm$ है, तो रॉकेट का कुल पृष्ठीय क्षेत्रफल और आयतन ज्ञात कीजिए।
त्रिज्या $2 \ cm$ वाले $16$ शीशे के गोले एक घनाभाकार पेटी में पैक किये जाते हैं, जिसकी आंतरिक विमाएँ $16 \ cm \times 8 \ cm \times 8 \ cm$ हैं। इसके बाद पेटी में पानी भर दिया जाता है। पेटी में भरे गये पानी का आयतन ज्ञात कीजिए।
ऊँचाई $120 \ cm$ और त्रिज्या $60 \ cm$ वाला एक ठोस लंब वृत्तीय शंकु $180 \ cm$ ऊँचाई वाले पानी से पूरे भरे एक लंब वृत्तीय बेलन में इस प्रकार रखा जाता है कि यह उसकी तली को स्पर्श करें। बेलन में बचे हुए पानी का आयतन ज्ञात कीजिए, यदि बेलन की त्रिज्या शंकु की त्रिज्या के बराबर है।
आंतरिक त्रिज्या $1 \ cm$ वाले एक बेलनाकार पाइप के माध्यम से पानी $80 \ cm/ \sec$ की चाल से एक खाली बेलनाकार टंकी में जा रहा है, जिसकी आधार त्रिज्या $40 \ cm$ है। आधे घंटे के बाद टंकी में पानी का स्तर कितना बढ़ जायेगा?
व्यास $5\ mm$ वाले एक बेलनाकार पाइप के माध्यम से पानी $10 m$ प्रति मिनट की दर से बह रहा है। आधार व्यास $40 \ cm$ और $24 \ cm$ गहरे एक शंकु के आकार के बर्तन को पाइप से भरने के लिए कितना समय लगेगा?
लोहे का एक खुला संदूक बनाने के लिए कितने घन सेंटीमीटर लोहे की आवश्यकता होगी, यदि इस संदूक की बाहरी विमाएँ $36 \ cm, 25 \ cm$ और $16.5 \ cm$ हैं, जबकि लोहे की मोटाई $1.5 \ cm$ है। यदि $1$ घन सेंटीमीटर लोहे का भार $7.5 g$ है, तो इस संदूक का भार भी ज्ञात कीजिए।
त्रिज्या $8 \ cm$ वाले एक धातु के ठोस अर्धगोले को पिघलाकर आधार त्रिज्या $6 \ cm$ वाले एक लंब वृत्तीय शंकु के रूप में ढाला जाता है। शंकु की ऊँचाई निर्धारित कीजिए।
एक फैक्टरी प्रति दिन $120000$ पेंसिल बनाती है। ये पेंसिलें बेलन के आकार की हैं तथा प्रत्येक की लंबाई $25 \ cm$ और आधार की परिधि $1.5 \ cm$ है। $₹ 0.05$ प्रति $dm^2 $ की दर से एक दिन में निर्मित पेंसिल के वक्र पृष्ठों पर रंग करवाने की लागत निर्धारित कीजिए।