मान लीजिए कि $XY-$तल में स्थित समस्त रेखाओं का समुच्चय $L$ है और $L$ में $\mathrm{R}=\left\{\left(\mathrm{L}_{1}, \mathrm{~L}_{2}\right)\right.: \mathrm{L}_{1}$ समान्तर है $L_2$ के द्वारा परिभाषित संबंध R है। सिद्ध कीजिए कि $R$ एक तुल्यता संबंध है। रेखा $y = 2x + 4$ से संबंधित समस्त रेखाओं का समुच्चय ज्ञात कीजिए।
Exercise-1.1-14
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दिया है,$ A = XY -$ तल में स्थित समस्त रेखाओं का समुच्चय $L$ है।
तथा $R = {(L_1, L_2): L_1}$ समान्तर है $L_2$ के
चूँकि प्रत्येक रेखा अपने के समान्तर होती है। अतः प्रत्येक $L \in A$ के लिए $(L, L) \in R$ अतः $R,$ एक स्वतुल्य संबंध है।
पुनः मान लीजिए $(L_1, L_2) \in R, \forall L_1, L_2 \in A$
$\Rightarrow L_1, L_2$ समान्तर रेखाएँ हैं।
$\Rightarrow L_2, L_1$ समान्तर रेखाएँ हैं।
$\Rightarrow (L_2, L_1) \in R, \forall L_1, L_2 \in A$
अतः $R,$ एक सममित संबंध है। पुनः मान लीजिए $(L_1, L_2), (L_2, L_3) \in R$
$\Rightarrow L_1, L_2$ समान्तर रेखाएँ हैं तथा $L_2, L_3$ समान्तर रेखाएँ हैं।
$\Rightarrow L_1$ तथा $L_3$ समान्तर रेखाएँ हैं।
$\Rightarrow (L_1, L_3) \in R, \forall L_1, L_2, L_3 \in R$
$\Rightarrow R$, एक संक्रमक संबंध है। इसलिए $R,$ एक तुल्यता संबंध है।
अब, रेखा $y = 2x + 4$ से संबंधित रेखाओं के समुच्चय में वह रेखाएँ होंगी, जो $y = 2x + 4$ के समान्तर होंगी। लेकिन रेखा $y = 2x + 4$ की प्रवणता $2$ है। अतः रेखा $y = 2x + 4$ से संबंधित रेखाएँ $y = 2x + c$ के रूप की होगी जहाँ $c$ एक अचर है।
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सिद्ध कीजिए कि किसी समतल में स्थित बिंदुओं के समुच्चय में, R = {(P, Q): बिंदु P की मूल बिंदु से दूरी, बिंदु Q की मूल बिंदु से दूरी के समान है द्वारा प्रदत्त संबंध R एक तुल्यता संबंध है। पुनः सिद्ध कीजिए कि बिंदु P $\neq(0,0)$ से संबंधित सभी बिंदुओं का समुच्चय P से होकर जाने वाले एक ऐसे वृत्त को निरूपित करता है, जिसका केंद्र मूलबिंदु पर है।
सिद्ध कीजिए कि समस्त बहुभुजों के समुच्चय $A $में, $\mathrm{R}=\left\{\left(\mathrm{P}_{1}, \mathrm{P}_{2}\right): \mathrm{P}_{1}\right.$तथा $P_2$ की भुजाओं की संख्या समान है} प्रकार से परिभाषित संबंध $R$ एक तुल्यता संबंध है। $3, 4,$ और $5$ लंबाई की भुजाओं वाले समकोण त्रिभुज से संबंधित समुच्चय $A$ के सभी अवयवों का समुच्चय ज्ञात कीजिए।
किसी प्रदत्त अरिक्त समुच्चय $X$ के लिए मान लीजिए कि $*: P(X) \times P(X) \rightarrow P(X), $जहाँ $A * B = (A - B) \cup (B - A), \forall A, B \in P(X)$ द्वारा परिभाषित है। सिद्ध कीजिए कि रिक्त समुच्चय $\phi,$ संक्रिया $*$ का तत्समक है तथा $P(X)$ के समस्त अवयव $A$ व्युत्क्रमणीय है, इस प्रकार कि $A^{-1} = A..$
सिद्ध कीजिए कि समस्त त्रिभुजों के समुच्चय $A$ में, $\mathrm{R}=\left\{\left(\mathrm{T}_{1}, \mathrm{~T}_{2}\right): \mathrm{T}_{1}, \mathrm{~T}_{2}\right.$ के समरूप है द्वारा परिभाषित संबंध $R$ एक तुल्यता संबंध है। भुजाओं $3, 4, 5$ वाले समकोण त्रिभुज $T_1,$ भुजाओं $5, 12, 13$ वाले समकोण त्रिभुज $T_2$ तथा भुजाओं $6, 8, 10$ वाले समकोण त्रिभुज $T_3$ पर विचार कीजिए। $\mathrm{T}_{1}, \mathrm{~T}_{2}$ और $T_{3 }$ में से कौन से त्रिभुज परस्पर संबंधित हैं?
मान लीजिए कि $A = {-1, 0, 1, 2}, B = {- 4, -2, 0, 2}$ और $f, g : A \rightarrow B,$ क्रमशः $f(x) = x^2- x, x \in A$ तथा $g(x) = 2\left|x-\frac{1}{2}\right|-1, x \in A$ द्वारा परिभाषित फलन हैं। क्या $f$ तथा $g$ समान हैं? अपने उत्तर का औचित्य भी बतलाइए।
निम्नलिखित प्रकार से समुच्चय $\{0, 1, 2, 3, 4, 5\}$ में एक द्विआधारी संक्रिया $^*$ परिभाषित कीजिए
सिद्ध कीजिए कि शून्य $(0)$ इस संक्रिया का तत्समक है तथा समुच्चय का प्रत्येक अवयव $a \neq0$ व्युत्क्रमणीय है, इस प्रकार कि $6 - a, a$ का प्रतिलोम है।
a * b = |a - b| तथा a o b = a, $\forall$ a, b $\in$ R द्वारा परिभाषित द्विआधारी संक्रियाओं *: R $\times$ R $ \rightarrow $ R तथा o : R $\times$ R $\rightarrow $ R पर विचार कीजिए। सिद्ध कीजिए कि * क्रमविनिमेय है परंतु साहचर्य नहीं है, o साहचर्य है परंतु क्रमविनिमेय नहीं है। पुनः सिद्ध कीजिए कि सभी a, b, c $\in $ R के लिए a * (b o c) = (a * b) o (a * c) है। [यदि ऐसा होता है, तो हम कहते हैं कि संक्रिया * संक्रिया o पर वितरित (Distributes) होती है।] क्या o संक्रिया * पर वितरित होती है? अपने उत्तर का औचित्य भी बतलाइए।
सिद्ध कीजिए कि किसी कॉलेज के पुस्तकालय की समस्त पुस्तकों के समुच्चय A में R = {(x, y): x तथा y में पेजों की संख्या समान है} द्वारा प्रदत्त संबंध R एक तुल्यता संबंध है।