R = {(a, b) : |a - b|, 4 का एक गुणज है} चूँकि प्रत्येक a $\in A$ के लिए |a - a| = 0, जोकि 4 का गुणज है। अतः R स्वतुल्य संबंध है। अब, मान लीजिए (a, b) $\in R \Rightarrow|a-b|$, 4 का गुणज' है। $\Rightarrow|$-(b - a)|, 4 का गुणज है। $\Rightarrow|$|b - a|, 4 का गुणज है। $\Rightarrow|$(b, a) $\in R$,$ \forall $a, b $\in R$ अतः R सममित संबंध है। अब, मान लीजिए (a, b); (b, c) $\in R$, तब |a - c| तथा |b - c| 4 के गुणज हैं। |a - c|, 4 का गुणज है। $\Rightarrow|$(a, c) $\in R$ $\therefore R$ संक्रमक संबंध है। अतः R, एक तुल्यता संबंध है। अब चूँकि |1 - 1| = 0, जोकि 4 का गुणज है। |5 - 1| = 4, जोकि 4 का गुणज है। |9 - 1| = 8, जोकि 4 का गुणज है। $\therefore 1$ से संबंधित अवयव 1, 5, 9 हैं। $\therefore [1]=\{1,5,9\}$
$R=\{(a, b): a=b\}$ चूँकि प्रत्येक a $\in A$ के लिए a = a है। अतः (a, a) $\in R, \forall a \in A \therefore A$ स्वतुल्य संबंध है। अब, मान लीजिए (a, b$\in R \Rightarrow a=b \Rightarrow b=a \Rightarrow(b, a) \in R$, अतः R सममित संबंध है। पुनः मान लीजिए $(a, b),(b, c) \in R$ $\Rightarrow a=b$ तथा b = c $\Rightarrow a=c$ $(a, c) \in R$ अतः, R, एक संक्रमक संबंध है। इसलिए R, एक तुल्यता संबंध है। अब, चूँकि 1 = 1, इसलिए R द्वारा 1 से संबंधित अवयव केवल 1 है। अतः [1] = 1
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
सिद्ध कीजिए कि किसी समतल में स्थित बिंदुओं के समुच्चय में, R = {(P, Q): बिंदु P की मूल बिंदु से दूरी, बिंदु Q की मूल बिंदु से दूरी के समान है द्वारा प्रदत्त संबंध R एक तुल्यता संबंध है। पुनः सिद्ध कीजिए कि बिंदु P $\neq(0,0)$ से संबंधित सभी बिंदुओं का समुच्चय P से होकर जाने वाले एक ऐसे वृत्त को निरूपित करता है, जिसका केंद्र मूलबिंदु पर है।
a * b = |a - b| तथा a o b = a, $\forall$ a, b $\in$ R द्वारा परिभाषित द्विआधारी संक्रियाओं *: R $\times$ R $ \rightarrow $ R तथा o : R $\times$ R $\rightarrow $ R पर विचार कीजिए। सिद्ध कीजिए कि * क्रमविनिमेय है परंतु साहचर्य नहीं है, o साहचर्य है परंतु क्रमविनिमेय नहीं है। पुनः सिद्ध कीजिए कि सभी a, b, c $\in $ R के लिए a * (b o c) = (a * b) o (a * c) है। [यदि ऐसा होता है, तो हम कहते हैं कि संक्रिया * संक्रिया o पर वितरित (Distributes) होती है।] क्या o संक्रिया * पर वितरित होती है? अपने उत्तर का औचित्य भी बतलाइए।
मान लीजिए कि $A = {-1, 0, 1, 2}, B = {- 4, -2, 0, 2}$ और $f, g : A \rightarrow B,$ क्रमशः $f(x) = x^2- x, x \in A$ तथा $g(x) = 2\left|x-\frac{1}{2}\right|-1, x \in A$ द्वारा परिभाषित फलन हैं। क्या $f$ तथा $g$ समान हैं? अपने उत्तर का औचित्य भी बतलाइए।
किसी प्रदत्त अरिक्त समुच्चय $X$ के लिए मान लीजिए कि $*: P(X) \times P(X) \rightarrow P(X), $जहाँ $A * B = (A - B) \cup (B - A), \forall A, B \in P(X)$ द्वारा परिभाषित है। सिद्ध कीजिए कि रिक्त समुच्चय $\phi,$ संक्रिया $*$ का तत्समक है तथा $P(X)$ के समस्त अवयव $A$ व्युत्क्रमणीय है, इस प्रकार कि $A^{-1} = A..$
सिद्ध कीजिए कि वास्तविक संख्याओं के समुच्चय R में $\mathrm{R}=\left\{(a, b): a \leq b^{2}\right\}$, द्वारा परिभाषित संबंध R, न तो स्वतुल्य है, न सममित हैं और न ही संक्रामक है।
सिद्ध कीजिए कि समस्त बहुभुजों के समुच्चय $A $में, $\mathrm{R}=\left\{\left(\mathrm{P}_{1}, \mathrm{P}_{2}\right): \mathrm{P}_{1}\right.$तथा $P_2$ की भुजाओं की संख्या समान है} प्रकार से परिभाषित संबंध $R$ एक तुल्यता संबंध है। $3, 4,$ और $5$ लंबाई की भुजाओं वाले समकोण त्रिभुज से संबंधित समुच्चय $A$ के सभी अवयवों का समुच्चय ज्ञात कीजिए।
सिद्ध कीजिए कि समस्त त्रिभुजों के समुच्चय $A$ में, $\mathrm{R}=\left\{\left(\mathrm{T}_{1}, \mathrm{~T}_{2}\right): \mathrm{T}_{1}, \mathrm{~T}_{2}\right.$ के समरूप है द्वारा परिभाषित संबंध $R$ एक तुल्यता संबंध है। भुजाओं $3, 4, 5$ वाले समकोण त्रिभुज $T_1,$ भुजाओं $5, 12, 13$ वाले समकोण त्रिभुज $T_2$ तथा भुजाओं $6, 8, 10$ वाले समकोण त्रिभुज $T_3$ पर विचार कीजिए। $\mathrm{T}_{1}, \mathrm{~T}_{2}$ और $T_{3 }$ में से कौन से त्रिभुज परस्पर संबंधित हैं?