निर्धारित कीजिए कि नीचे दिए गए प्रकार से परिभाषित संक्रिया * से एक द्विआधारी संक्रिया प्राप्त होती है या नहीं। उस दशा में जब * एक द्विआधारी संक्रिया नहीं है, औचित्य भी बतलाइए। $\mathbf{Z}^{+} $ में, $ a * b=a b$ द्वारा परिभाषित संक्रिया *
Exercise-1.4-1(2)
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$Z^{+}$ में संक्रिया $ *, a * b=a b$ द्वारा परिभाषित है। चूँकि हम जानते हैं कि दो धनात्मक पूर्णांक का गुणनफल भी एक धनात्मक पूर्णांक होता है। अतः प्रत्येक $a, b \in Z^{+}$ के लिए $a * b=a b \in Z^{+}$। अतः $a * b=a b, Z^{+}$ में द्विआधारी संक्रिया है।
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सिद्ध कीजिए कि यदि $f: \mathrm{A} \rightarrow \mathrm{B}$ तथा $g: \mathrm{B} \rightarrow \mathrm{C}$ आच्छादक हैं, तो $g o f: \mathrm{A} \rightarrow \mathrm{C}$ भी आच्छादक है।
निर्धारित कीजिए कि नीचे दिए गए प्रकार से परिभाषित संक्रिया $*$ से एक द्विआधारी संक्रिया प्राप्त होती है या नहीं। उस दशा में जब $*$ एक द्विआधारी संक्रिया नहीं है, औचित्य भी बतलाइए।
$R$ में, संक्रिया $ *, a * b=a b^{2}$ द्वारा परिभाषित
सिद्ध कीजिए कि यदि f: $ \mathrm{A} \rightarrow \mathrm{B}$ तथा $g: \mathrm{B} \rightarrow \mathrm{C}$ एकैकी हैं, तो $g o f: \mathrm{A} \rightarrow \mathrm{C}$ भी एकैकी है।
सिद्ध कीजिए कि R में शून्य (0) योग का तत्समक है तथा 1 गुणा का तत्समक है। परंतु संक्रियाओं $-: \mathbf{R} \times \mathbf{R} \rightarrow \mathbf{R}$ और $\div: \mathbf{R}_{*} \times \mathbf{R}_{*} \rightarrow \mathbf{R}_{*}$ के लिए कोई तत्समक अवयव नहीं है।
मान लीजिए कि $X = \{1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9\}$ है। मान लीजिए कि $X$ में $R_1 = (x, y) : x - y$ संख्या $3$ से भाज्य है द्वारा प्रदत्त एक संबंध $R_1$ है तथा $R_2 = (x, y) : \{x, y\} \subset \{1, 4, 7\}$ या $\{x, y\} \subset \{2, 5, 8\}$ या $\{(x, y\} \subset \{3, 6, 9\}$ द्वारा प्रदत्त $X$ में एक अन्य संबंध $R_2$ है। सिद्ध कीजिए कि $R_1 = R_2$ है।
मान लीजिए कि समुच्चय A में धन पूर्णांकों के क्रमित युग्मों (ordered pairs) का एक संबंध R, (x, y) R (u, v), यदि और केवल यदि, xv = yu द्वारा परिभाषित है। सिद्ध कीजिए कि R एक तुल्यता संबंध है।
मान लीजिए कि $A = {1, 2, 3}$ है। तब सिद्ध कीजिए कि ऐसे संबंधों की संख्या चार है, जिनमें $(1, 2)$ तथा $(2, 3)$ हैं और जो स्वतुल्य तथा संक्रामक तो हैं किंतु सममित नहीं हैं।
मान लीजिए कि f :X $\rightarrow$ Y एक फलन है। X में R = {(a, b) : f(a) = f(b)} द्वारा प्रदत्त एक संबंध R परिभाषित कीजिए। जाँचिए कि क्या R एक तुल्यता संबंध है।
सिद्ध कीजिए कि (a, b) $\rightarrow$ अधिकतम {a, b} द्वारा परिभाषित $\vee: \mathbf{R} \times \mathbf{R} \rightarrow \mathbf{R}$ तथा (a, b) $ \rightarrow$ निम्नतम {a, b} द्वारा परिभाषित $\wedge: \mathbf{R} \times \mathbf{R} \rightarrow \mathbf{R}$ द्विआधारी संक्रियाएँ हैं।