सिद्ध कीजिए कि यदि $f: \mathrm{A} \rightarrow \mathrm{B}$ तथा $g: \mathrm{B} \rightarrow \mathrm{C}$ आच्छादक हैं, तो $g o f: \mathrm{A} \rightarrow \mathrm{C}$ भी आच्छादक है।
example-19
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मान लीजिए कि एक स्वेच्छ अवयव $z \in \mathrm{C}$ है। g के अंतर्गत z के एक पूर्व प्रतिबिंब $y \in \mathrm{B}$ का अस्तित्व इस प्रकार है कि, $g(y)=z$, क्योंकि g आच्छादक है। इसी प्रकार $y \in \mathrm{B}$ के लिए A में एक अवयव x का अस्तित्व इस प्रकार है कि, f(x) = y, क्योंकि f आच्छादक है। अतः $g o f(x)=g(f(x))=g(y)=z$, जिससे प्रमाणित होता है कि gof आच्छादक है।
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निर्धारित कीजिए कि नीचे दिए गए प्रकार से परिभाषित संक्रिया $*$ से एक द्विआधारी संक्रिया प्राप्त होती है या नहीं। उस दशा में जब $*$ एक द्विआधारी संक्रिया नहीं है, औचित्य भी बतलाइए।
$Z^{+ }$ में, संक्रिया $ *, a * b=|a-b|$ द्वारा परिभाषित
सिद्ध कीजिए कि $+: \mathbf{R} \times \mathbf{R} \rightarrow \mathbf{R}$ तथा $\times: \mathbf{R} \times \mathbf{R} \rightarrow \mathbf{R}$ क्रमविनिमेय द्विआधारी संक्रियाएँ है, परंतु $-: \mathbf{R} \times \mathbf{R} \rightarrow \mathbf{R}$ तथा $\div: \mathbf{R}_{*} \times \mathbf{R}_{*} \rightarrow \mathbf{R}_{*}$ क्रमविनिमेय नहीं हैं।
मान लीजिए कि समुच्चय A में धन पूर्णांकों के क्रमित युग्मों (ordered pairs) का एक संबंध R, (x, y) R (u, v), यदि और केवल यदि, xv = yu द्वारा परिभाषित है। सिद्ध कीजिए कि R एक तुल्यता संबंध है।
मान लीजिए कि $\mathrm{Y}=\left\{n^{2}: n \in \mathrm{N}\right\} \subset \mathrm{N}$ है। फलन $f : \mathrm{N} \rightarrow \mathrm{Y}$ जहाँ $f(n) = n^2$ पर विचार कीजिए। सिद्ध कीजिए कि $f$ व्युत्क्रमणीय है। $f$ का प्रतिलोम भी ज्ञात कीजिए।
मान लीजिए कि L किसी समतल में स्थित समस्त रेखाओं का एक समुच्चय है तथा $\mathrm{R}=\left\{\left(\mathrm{L}_{1}, \mathrm{~L}_{2}\right): \mathrm{L}_{1}, \mathrm{~L}_{2}\right.$ पर लंब है$\}$ समुच्चय $L$ में परिभाषित एक संबंध है। सिद्ध कीजिए कि $R$ सममित है किंत यह न तो स्वतल्य है और न संक्रामक है।
मान लीजिए कि $T$ किसी समतल में स्थित समस्त त्रिभुजों का एक समुच्चय है। समुच्चय $T$ में $ \mathrm{R}=\left\{\left(\mathrm{T}_{1}, \mathrm{~T}_{2}\right): \mathrm{T}_{1}, \mathrm{~T}_{2}\right.\}$ के सर्वागंसम है एक संबंध है। सिद्ध कीजिए कि $R$ एक तुल्यता संबंध है।
सिद्ध कीजिए कि R में योग, अंतर और गुणा द्विआधारी संक्रियाएँ हैं, किंतु भाग R में द्विआधारी संक्रिया नहीं है। साथ ही सिद्ध कीजिए कि भाग ऋणेतर वास्तविक संख्याओं के समुच्चय R में द्विआधारी संक्रिया है।