एक ऐरोमैटिक यौगिक $A$ जलीय अमोनिया के साथ गरम करने पर यौगिक$B$ बनाता है जो $Br_2$ एवं $\text{KOH}$ के साथ गरम करने पर अणु सूत्र $C_6H_7N$ वाला यौगिक $C$ बनाता है। $A, B$ एवं $C$ यौगिकों की संरचना एवं इनके आइयूपीएसी नाम लिखिए।
0.01 मोलर डाईक्लोरोटेएक्वाक्रोमियम (III) क्लोराइड के $100 \mathrm{~mL}$ विलयन में $\mathrm{AgNO}_{3}$ की अधिकतम मात्रा मिलाई गई हैद $\mathrm{AgCl}$ के अवक्षपित होने वाले मोलों की संख्या होगी:
यदि आवागाद्रो संख्या $\mathrm{N}_{\mathrm{A}}, 6.022 \times 10^{23} \mathrm{~mol}^{-1}$ से परिवर्तित होकर $6.022 \times 10^{20} \mathrm{~mol}^{-1}$ होता है तो इससे परिवर्तन होगा :
जब $50 \mathrm{~mL}, 16.9 \% \mathrm{AgNO}_{3}$ के विलयन को $50 \mathrm{~mL}$, $5.8 \% \mathrm{NaCl}$ के विलयन के साथ मिश्रित किया जाता है तो बनने वाले अवक्षेप का भार क्या है?\ $(\mathrm{Ag}=107.8, \mathrm{~N}=14, \mathrm{O}=16, \mathrm{Na}=23, \mathrm{Cl}=35.5)$
$20.0 \mathrm{~(g)}$ मैग्नीशियम कार्बोनेट के नमूने को गर्म करने पर अपघटित होकर कार्बन डाई ऑक्साइड एवं $8.0 \mathrm{~(g)}$ मैग्नीशियम ऑक्साइड देता है। नमूने में मैग्नीशियम की शुन्दता का प्रतिशत क्या होगा?
1.0 ग्राम मैग्नीशियम को 0.56 ग्राम $\mathrm{O}_{2}$ क साथ बंद पात्र में जलाया जाता है। कौन सा अभिकारक शेष बचा रहेगा और कितना ? $\quad[2014]$ (Mg का परमाणु भार = 24 एवं $\mathrm{O}$ का परमाणु भार = 16)
$10 \mathrm{~g}$ हाइड्रोजन तथा $64 \mathrm{~g}$ ऑक्सीजन को एक स्टील पात्र में भरकर विस्फोटित किया गया। इस अभिक्रिया में बनने वाले पानी की मात्रा होगी:-
$0.050 \mathrm{MHCl}$ के $20.0 \mathrm{~mL}$ को $0.10 \mathrm{M} \mathrm{Ba}(\mathrm{OH})_{2}$ के $30.0 \mathrm{~mL}$ के साथ मिलाने पर बनने वाले अन्तिम विलयन में क्या $\left[\mathrm{OH}^{-}\right]$ है?
एक कार्बानिक योगिक में कार्बन, हाइड्रोजन तथा ऑकसीजन उरस्थित हैं। इसका तात्विक विश्लेषण $\mathrm{C}, 38.71 \%$ तथा $\mathrm{H}, 9.67 \%$ देता है। यौगिक का मूलानुपाती सूत्र होगा,
हॉल प्रक्रम द्वारा, बॉक्साइट से 270 किग्रा एल्युमिनियम के उत्पादन में कार्बन एनोड की व्यय होने वाली मात्रा (केवल कार्बन मोनो आक्साइड) है : $\quad[2005]$ (Al का परमाणु द्रव्यमान $=27$ )
हैबर प्रक्रम में 30 लीटर नाइट्रोजन $\left(\mathrm{N}_{2}\right)$ और 30 लीटर हाइड्रोजन ( $\mathrm{H}_{2}$ ) अभिक्रिया में लिये जाते हैं जो अनुमानित से केवल $50 \%$ उत्पाद देते हैं। इन परिस्थितियों में मिश्रण की बनावट अंत में क्या होगी?
बेलनाकार वायरस कण (Virus Particle) का विशिष्ट आयतन $6.02 \times 10^{-2} \mathrm{cc} / \mathrm{gm}$ है जिसकी त्रिज्या तथा लम्बाई क्रमशः $7 \mathring A$ एवं $10 \mathring A$ है। यदि $\mathrm{N}_{\mathrm{A}}=6.02 \times 10^{23}$ हो तो वायरस कण का परमाणु भार ज्ञात करें।
पूर्ण अपघटन मानकर, 9.85 ग्राम $\mathrm{BaCO}_{3}$ को मानक ताप व दाब पर गर्म करने पर प्राप्त $\mathrm{CO}_{2}$ का आयतन होगाः ( Ва का परमाणु द्रव्यमान $=137$ )
द्रवित बेंजीन $\left(\mathrm{C}_{6} \mathrm{H}_{6}\right)$ आक्सीजन में निम्नलिखित अभिक्रिया के अनुसार दहन करता है।$\mathrm{C}_{6} \mathrm{H}_{6}(l)+\frac{15}{2} \mathrm{O}_{2}(\mathrm{~g}) \longrightarrow 6 \mathrm{CO}_{2}(\mathrm{~g})+3 \mathrm{H}_{2} \mathrm{O}(\mathrm{g})$ मानक ताप और दाब पर $39 \mathrm{~g}$ द्रवित बेंजीन के पूर्ण दहन के लिए कितने लीटर आक्सीजन $\left(\mathrm{O}_{2}\right)$ की आवश्यकता होती है? $\quad \quad[1996]$ ( आक्सीजन का परमाणु द्रव्यमान = 32 और बेंजीन = 78 )
निम्न अभिक्रिया में $4 \mathrm{NH}_{3}(\mathrm{~g})+5 \mathrm{O}_{2}(\mathrm{~g}) \rightarrow 4 \mathrm{NO}(\mathrm{g})+6 \mathrm{H}_{2} \mathrm{O}(\mathrm{l})$जब एक मोल अमोनिया और एक मोल $\mathrm{O}_{2}$ ( आक्सीजन ) पूर्णतया अभिक्रिया करते हैं, तो
हीमोग्लोबिन में लौह कणों का भार $0.334 \%$ होता है। हीमोग्लोबिन का परमाणु द्रव्यमान लगभग 67200 है। हीमोग्लोबिन के एक अणु में लौह कण (लौह कण का परमाणु द्रव्यमान $=56$ ) के परमाणुओं की संख्या कितनी है :
यदि $\mathrm{N}_{\mathrm{A}}$ आवोगाद्रो संख्या है, तब $4.2 \mathrm{~g}$ नाइट्राइड आयन $\left(\mathrm{N}^{3-}\right)$ में संयोजक इलेक्ट्रॉनों की संख्या है
$\mathrm{O}_{2}$ तथा $\mathrm{SO}_{2}$ के परमाणु द्रव्यमान क्रमशः 32 तथा 64 हैं। $15^{0} \mathrm{C}$ ताप तथा $150 \mathrm{~mm}$ दाब पर $\mathrm{O}_{2}$ के एक लीटर में 'N' अणु उपस्थित हैं। सामान्य ताप और दाब पर $\mathrm{SO}_{2}$ के दो लीटर में अणुओं की संख्या
एक धातु ऑक्साइड का रासायनिक सूत्र $\mathrm{Z}_{2} \mathrm{O}_{3}$ है। यह हाइड्रोजन से अपघटित होकर मुक्त धातु और जल प्रदान करती है। $0.1596 \mathrm{~g}$ धातु आक्साइड के पूर्ण अपघटन के लिए $6 \mathrm{mg}$ हाइड्रोजन की आवश्यकता होती है। धातु का परमाणु भार है।
किसी गैस 'X' के लिए $\mathrm{C}_{\mathrm{p}}$ तथा $\mathrm{C}_{\mathrm{v}}$ का अनुपात 1.4 है। सामान्य ताप और दाब पर 11.2 लीटर 'X' गैस में उपस्थित इसके परमाणुओं की संख्या कितनी होगी?
एक लीटर कठोर जल में 12.00 मिली ग्राम $\mathrm{Mg}^{2+}$ के आयन मौजूद है। इसकी कठोरता को दूर करने के लिए धावन सोडा के कितने मिली-तुल्यांक की आवश्यकता है?
45 नैनो मी. के तरंगदैर्ध्य के प्रकाश के लिये ऊर्जा का मान जूल में निकालो : ( प्लांक स्थिरांक, $\mathrm{h}=6.63 \times 10^{-34}$ जूल से; प्रकाश का वेग, $\mathrm{c}=3 \times 10^{8}$ मी से $^{-1}$ )
प्लांक स्थिरांक का मान $6.63 \times 10^{-34} \mathrm{Js}$ है व प्रकाश की गति $3 \times 10^{17} \mathrm{nm} \mathrm{s}^{-1}$ है। $6 \times 10^{15} \mathrm{~s}^{-1}$ आवृत्ति वाले क्वांटम प्रकाश की तरंगदेर्घ्य नैनोमीटर में निम्न में से कौन-से मान के सबसे अधिक नजदीक होगी?
दो विकिरणों की ऊर्जाएँ $\mathrm{E}_{1}$ तथा $\mathrm{E}_{2}$ क्रमशः $25 \mathrm{eV}$ तथा $50 \mathrm{eV}$ हैं, उनके तरंगदेर्ध्य, अर्थात $\lambda_{1}$ तथा $\lambda_{2}$ के बीच सम्बंध होगा।
$0.66 \mathrm{~kg}$ की एक गेंद $100 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ की गति से चल रही है।इससे सम्बंधित तरंगदेर्ध्य होगी $\left(\mathrm{h}=6.6 \times 10^{-34} \mathrm{Js}\right)$
एक पदार्थ के प्रत्येक अणु $\left(\mathrm{A}_{2}\right)$ $4.0 \times 10^{-19} \mathrm{~J}$ द्वारा शोषित ऊर्जा है $4.0 \times 10^{-19} \mathrm{~J}$ और बंध ऊर्जा प्रति ऊर्जा अणु है $4.0 \times 10^{-19} \mathrm{~J}$ । अणु की गतिज ऊर्जा प्रति परमाणु होगी:-
इलेक्ट्रॉन की स्थिति का मापन, संवेग में अनिश्चितता से संबंधित है जो कि $1 \times 10^{-18} \mathrm{~g} \mathrm{~cm} \mathrm{~s}^{-1}$ के बराबर है। इलेक्ट्रॉन के वेग में अनिश्चतता है,
(इलेक्ट्रॉन की संहति $\left.=9 \times 10^{-28} \mathrm{~g}\right)$
दिया है: इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान $=9.1 \times 10^{-31}$ किग्रा, प्लैंक स्थिरांक $6.626 \times 10^{-34} \mathrm{~J}_{\mathrm{S}}$ है। वेग मापन में $1 \mathring A$ की दूरी तक पायी गयी अनिशिचतता निम्नलिखित में से क्या है?
हाइड्रोजन परमाणु में जब इलेक्ट्रॉन $\mathrm{n}=4$ से $\mathrm{n}=1$ में गिरता है तो निर्गत विकिरण की आवृति होगी :
( दिए गए हाइड्रोजन की आयनन ऊर्जा $=2.18 \times 10^{-18}$ atom $^{-1}$ तथा $\left.\mathrm{h}=6.625 \times 10^{-34} \mathrm{Js}\right)$
प्लैंक स्थिरांक का मान $6.63 \times 10^{-34} \mathrm{Js}$ है। प्रकाश की गति $3 \times 10^{8} \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ है। निम्न में से कौन सा मान प्रकाश के क्वांटम की तरंगदैध्य के ( नैनोमीटर में ) सबसे नजदीक है जिसकी आवृत्ति $8 \times 10^{-15} \mathrm{~s}^{-1}$ है?
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