बोहर सिद्धांत के अनुसार $\mathrm{Li}^{2+}$ आयन की $\mathrm{n}=2$ अवस्था से इलेक्ट्रॉन के निर्गत होने के लिए आवश्यक ऊर्जा कितनी है? ( मुक्त अवस्था में हाइड्रोजन परमाणु की आयनन ऊर्जा $13.6 \mathrm{eV}$ है।
हाइड्रोजन परमाणु की $(\mathrm{n}=1)$ बोहर कक्षा की त्रिज्या लगभग $0.530 \mathring A$ है। प्रथम उत्तेजित अवस्था $(\mathrm{n}=2)$ की कक्षा की त्रिज्या $(\mathring A)$ कितनी है?
एक इलेक्ट्रॉन और एक हीलियम परमाणु दोनों की स्थिति $1.0 \mathrm{nm}$ के अन्तर्गत ज्ञात है। पुन: इलेक्ट्रॉन का संवेग $5.0 \times 10^{-26} \mathrm{~kg} \mathrm{~ms}^{-1} \quad$ है। हीलियम परमाणु के संवेग मापन में निम्नतम अनिश्चिता है:
$3 \times 10^{4} \mathrm{~cm} / \mathrm{s}$ के वेग से भ्रमण कर रहे एक इलेक्ट्रोन की स्थिति में $0.001 \%$ तक अनिश्चितता होगी:-
$\frac{h}{4}$ $\pi$ का उपयोग अनिश्चितता व्यंजक में करें |
$\left(\mathrm{h}=6.626 \times 10^{-27}\right.$ अर्ग-सेकण्ड .
मूल अवस्था में हाइड्रोजन परमाणु की त्रिज्या $0.53 \mathring A$ है। समान अवस्था में, $\mathrm{Li}^{2+}$ आयन ( परमाणु संख्या $=3$ ) की त्रिज्या कितनी होती है?
जब एक इलेक्ट्रोंन जिसका आवेश e और द्रव्यमान $\mathrm{m}$ है, $\mathrm{v}$ वेग से नाधिक आवेश $\mathrm{Ze}$ के चारों ओर गति करता है तो इलेक्ट्रोंन की स्थितिज ऊर्जा निम्नलिखित में से किस प्रकार से दी जा सकती है?
मुख्य क्वांटम संख्या (Principal Quantum number)-2 तथा एजीमुथल क्वांटम संख्या (Arimuthal Quantum number) - 1 की सभी कक्षाओं में उपस्थित इलेक्ट्रान की कुल संख्या हो सकत
ऑक्साइड आयन $\mathrm{O}^{2-}(\mathrm{g})$, का ऑक्सीजन परमाणु से बनने के लिये पहले ऊष्माक्षेपी एवं बाद में ऊष्माशोषी पद नीचे दिये गये हैं :
$\mathrm{O}(\mathrm{g})+\mathrm{e}^{-} \rightarrow \mathrm{O}^{-}(\mathrm{g}) ; \Delta_{\mathrm{f}} \mathrm{H}^{\ominus}=-141 \mathrm{~kJ} \mathrm{~mol}^{-1}$
$\mathrm{O}^{-}(\mathrm{g})+\mathrm{e}^{-} \rightarrow \mathrm{O}^{2-}(\mathrm{g}) ; \Delta_{\mathrm{f}} \mathrm{H}^{\ominus}=+780 \mathrm{~kJ} \mathrm{~mol}^{-1}$
गैसीय अवर्था में $\mathrm{O}^{2-}$ का बनना प्रतिकुल है यद्यपि $\mathrm{O}^{2-}$ निऑन का समइलेक्ट्रॉनी है। यह किस तथ्य के कारण है?
तत्व $\mathrm{O}, \mathrm{S}, \mathrm{F}$ और $\mathrm{Cl}$ क लिये ऋणात्मक चिन्ह क साथ उनकी इलेक्ट्रॉन प्राप्ति ऐन्थैल्पी के बढ़ते क्रम को निम्नलिखित में से कौन सही ढंग से प्रस्तुत करता है
एक परमाणु का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास $1 \mathrm{~s}^{2} 2 \mathrm{~s}^{2} 2 \mathrm{p}^{6} 3 \mathrm{~s}^{2}$ $3 \mathrm{p}^{6} 3 \mathrm{~d}^{3} 4 \mathrm{~s}^{2}$ है। किस वर्ग में आप इसे स्थान देंगें
एक तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास $1 \mathrm{~s}^{2} 2 \mathrm{~s}^{2} 2 \mathrm{p}^{6} 3 \mathrm{~s}^{2} 3 \mathrm{p}^{3}$ है। उस तत्व की परमाणु संख्या क्या है जो कि आवर्त्त सारणी में दिये गए तत्व के ठीक नीचे है।
निम्नलिखित आयनों में से वे कौन दो आयन हैं जिनकी ज्यामिति को समान आर्बिटलों के संकरण से समझाया जा सकता है, $\mathrm{NO}_{2}^{-}, \mathrm{NO}_{3}^{-}, \mathrm{NH}_{2}^{-}, \mathrm{NH}_{4}^{+}, \mathrm{SCN}^{-} ?$
निम्नलिखित स्पीशीज में कौन आबन्ध कोण के सही बढ़ते क्रम में है? [2010]
$\begin{array}{ll}\text { (a) } & \mathrm{Cl}_{2} \mathrm{O}<\mathrm{ClO}_{2}<\mathrm{ClO}_{2}^{-}\end{array}$
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